11.4.09

मुस्कुरा कर इस दिल पे वे जख्म देते है

वफ़ा की खुशबू हर रह गुजर से आती है
वफ़ा की खुशबू यारा कजां से भी आती है.

हम साथी संगदिल..मुझे बेवफा कहते है
वफ़ा की खुशबू उनके लबों से आती है.

उनके प्यार में रुसवा होता जा रहा हूँ
मै अश्को से वफ़ा के दाग मिटा रहा हूँ.

अफसाना उनके प्यार का दिल से देखो
उनका सटीक निशाना इस दिल पे देखो.

मुस्कुरा कर इस दिल पे वे जख्म देते है
दिल के करीब आने का ये बहाना देखो.

दिल टूटता है तो आहट भी नहीं होती है
रिश्ता जान का दिल से दूर हो जाता है.

अपना जो राहे वफ़ा में हमसफ़र होता है
अक्सर वही करीब होकर दूर हो जाता है.
*********