30.6.09

जहाँ भी बस मै देखता हूँ बसी है तुम्हारी यादें


तुम नजरे झुका कर देखती हो... जिस तरह
देखती हो इस तरह.. जैसे कुछ भी नहीं देखा.

oooooo

अपना हाले दिल लेकर कहाँ तुझे खोजने जाऊं
जहाँ भी बस मै देखता हूँ बसी है तुम्हारी यादें.

oooooo

तेरे इस हसीन चेहरे को देख खूब प्यार आता है
हँस कर जालिम ने कहा आप को क्या आता है.

26.6.09

तूने रंगों से सराबोर क्या मोहक अदा पाई है




तूने रंगों से सराबोर क्या मोहक अदा पाई है
मेरे इस दिल की मौजो ने खूब अंगडाई ली है.

ऐ नाजनीन खुदा ने तुझे क्या खूब तराशा है
तेरी अदाओं ने दीवानों को दीवाना बनाया है

000

24.6.09

जिन्होंने तुम्हे दिलदार बनाया है दुआएं उनको दो

आप बातो ही बातो में दिले दिलदार बन गए क्यों
अपना बनाकर पास रह कर तकरार कर रहे क्यों.

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जिन्होंने तुम्हे दिलदार बनाया है दुआएं उनको दो
दुनिया की परवाह ना कर दिल में तुम्हे बसाया है.

*****

18.6.09

मोहब्बत में मरने वाले दिलवर नाम करके ही जाते है

मोहब्बत में मरने वाले दिलवर नाम करके ही जाते है
मोहब्बत की तमाम यादे अपने साथ सहेज कर ले जाते है.
ooo
यारो एक ठोकर खाने के बाद इन्सान सुधर जाते है
कितनी दिक्कते हो वो उनका बखूबी सामना करते है.
ooo
समय इजाजत दे नहीं सकता जितना प्यार करना है कर लो
जिंदगी एक मौत ही है इसमें तुम गमो का इजहार कर लो .
ooo

16.6.09

इश्क की दुनिया में में कई आशिक उलझते रहे है

इश्क की दुनिया में....कई आशिक उलझते रहे है
चले गए दुनिया से इश्क को खुदा सा पूजते रहे है.

000

प्यारी नजर से न देखो कही हम बेहोश न हो जाए
इश्क के सागर में न उतरो कही मदहोश न हो जाए.

000

10.6.09

निरंतर डेढ़ सौ वी पोस्ट एक रचना : तुम्हारे हर ख़त का लिफाफा संभाल कर रखा है

आप सभी से मिल रहे निरन्तर स्नेह और शुभाशीष के फलस्वरूप आज मुझे निरन्तर हिंदी ब्लॉग में डेढ़ सौ वी पोस्ट लिखने का अवसर मिला है . हिंदी ब्लॉग समयचक्र के बाद मुझे निरंतर ब्लॉग बहुत पसंद है . निरंतर में भी मैंने हरसम्भव कविता कहानी जोग सामयिक लेख आदि समय समय पर लिखने का प्रयास किया है . आप सभी ने समय समय पर मेरी हौसलाफजाई की है उससे मुझे निरंतर लिखने की प्रेरणा प्राप्त होती है इस हेतु मै आप सभी का दिल से शुक्रगुजार हूँ आभारी हूँ . विश्वास है कि आप इसी तरह भविष्य में भी स्नेहाशीष बरसाते रहेंगे.


तुम्हारे हर ख़त का लिफाफा संभाल कर रखा है


तेरे साथ गुजरे हुए लम्हों की याद आने लगी है
वो बीती यादे कहानी बन दिल में छाने लगी है.

ख़त पढ़ कर सारी रात मेरा दिल रोता रहा है
आप है जो हाले दिल देख कर मुस्कुरा रही है.

तेरे ख़ूबसूरत खतो को मैंने संभाल कर रखा है
जैसे कोई अपने दिल को हिफाजत से रखता है.

कभी तुम्हारे ये ख़त बड़े ही ख़ूबसूरत लगते थे
पढ़ कर अब अश्को के सिवाय कुछ नहीं देते है.

तुम्हारे हर ख़त का लिफाफा संभाल कर रखा है
हर खतो के मजनूनो को दिल में उकेर रखा है.

जब उनके खतो के मजनून उन्हें पढ़कर सुनाये
खुद के लिखे अल्फाजो को वो अब भूल गए है.


.....

8.6.09

जल सरक्षण हेतु वाटर हारवेस्टिंग से भी सस्ता घरो में सोकपिट जरुर बनवाये


दिनोदिन भूमि का जलस्तर निरंतर कम होता जा रहा है जिसके कारण दिनोदिन पानी का संकट गहराता जा रहा है. यदि आप भी पानी की समस्या से ग्रस्त है तो आप अपने घरो में मुहल्लों में सोकपिट अवश्य बनवाये. वाटर हारवेस्टिंग प्रणाली में थोडा खर्चा आता है इसमें आपको बोरबेल खुदवाना पड़ता है और पाइप्स वगैरा की जरुरत पड़ती है जो आम गरीबजन के लिए मंहगा पड़ता है. आज मै आपको सोकपिट के बारे में जानकारी दे रहा हूँ जिसमे कोई अधिक खर्च नहीं करना पड़ता है. भूमि का जलस्तर बढ़ाने के लिए वाटर हारवेस्टिंग और सोकपिट प्रणाली अपनाई जा रही है. आप समय रहते अपने घरो में और मुहल्लो में अपने जीवन में सोकपिट जरुर बनवाये. बरसात के पूर्व सोकपिट बनवाये.

आप अपने घर या आसपास उपयुक्त स्थान पर बनवाये जहाँ पर छतो से या अन्य जगह से पानी बहकर आता हो. उपयुक्त स्थान पर पॉँच फुट गहरा पांच फुट चौडा और पांच फुट लम्बा गड्डा खुदवाये.

गड्डे के अन्दर वगैर सीमेंट और मिट्टी की मदद से ईटो को जुडवाए.

फिर इस गड्डे में एक फुट की ऊंचाई तक रेत भरवाए और रेत के बाद एक फुट की ऊंचाई तक कोयला भरवाए फिर कोयले के ऊपर एक फुट तक मोटी बजरी भरवाए. गड्डे के शेष बचे स्थान पर टूटे फूटे अद्धा पौना ईटो के टुकड़े भरवाए और गड्डे को चीपो से ढांक दे. गड्डे को अच्छी तरह से ढांक दे जिससे गड्डे में मच्छर और अन्य कीडे मकौडे न रह सके. छत या जहाँ से बरसाती पानी बहकर आता है को एक पाइप के जरिये इस गड्डे में जाने दे.

लीजिये आपका सोकपिट तैयार हो गया इसके माध्यम से भूमि का कुंओ का जलस्तर बढेगा और काफी समय तक आपको पानी के संकट से निजाद दिला सकता है.


फोटो - सोकपिट सिस्टम

रिमार्क - जहाँ भी पानी बहता देखे उसे रोके और अन्य को भी बहते पानी को रोकने हेतु प्रेरित करें. जल ही जीवन है.

6.6.09

पहेलीमय दौर में पहेलियाँ बूझिये ? पहेली का सही जबाब और विजेता शिखा दीपक जी

इस मुहावरों की पहेली में मात्र सात ही उत्तर प्राप्त हुए . शिखा दीपक जी ने चार मुहावरों के सही उत्तर देकर इस पहेली का विजेता होने का सम्मान प्राप्त किया . उन्हें बहुत बहुत बधाई . भाई जयंत चौधरी और सिद्धार्थ जोशी जी इस पहेली के संयुक्त उपविजेता रहे है . उन्हें भी ढेर सारी बधाई . मुहावरों की पहेली में तस्लीम, राज भाटिय़ा, नीतिश राज, पी.एन. सुब्रमनियन जी ने पहेली में अपनी भागीदारी कर उत्साहवर्धन किया है इस हेतु मै आप सभी का आभार व्यक्त करता हूँ .

पहेली का सही जबाब

पहले का सही जबाब उत्तर - पोस्ट ऑफिस बॉक्स
दूसरे का उत्तर - ----------चाँद
तीसरे का उत्तर --- हुक्का
चौथे का उत्तर - जूते
पांचवां का उत्तर --- ताला
छटवे का उत्तर -- नाइ
सांतवे का उत्तर -- तवा और कढाई


तस्लीम ने कहा
पहेलियों को लोकप्रिय बनाने का काम "तस्लीम" ने किया है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि आज चारों ओर पहेलियों का दौर है
-जाकिर अली ‘रजनीश’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
बधाई हो तस्लीम जी कि आपने पहेलियों को लोकप्रिय बनाने का काम किया पर पूछे गए मुहावरों का उत्तर न मिलने से निराश जरुर हूँ .

राज भाटिय़ा ने कहा…
अरे बाप रे आप ने तो पुरे साल की पहेलियां पूछ ली एक संग..
चलिये कुछ हम बताते है...
ना २... कुआं
ना ३ पंगडंडी
ना ४ रेलवे लाईन
ना५ दरवाजा
ना ६ उस्तरा
ना ७ ओर ना १ सोच कर बताऊगां
राज भाटिया जी ना हाँ ना कर दी पर बताने की पुरजोर कोशिश की ..सोच कर बताऊगां....जिससे विजेता होने के पहले से फिसल गए.

नीतिश राज ने कहा…
महेंद्र जी एक साथ मियां इतनी पूछेंगे तो कैसे काम चलेगा। राज जी महेंद्र जी को पहली पहेली का जवाब मैं दे देता हूं--महेंद्र जी बाकी राज जी वाली मानें--
1-पोस्टबॉक्स
नीतिश राज जी ने सिर्फ एक मुहावरे का ही सही जबाब दिया .

सिद्धार्थ जोशी ने कहा…
पहले का चिठ्ठी डालने का डिब्‍बा।
दूसरे का चांद।
तीसरे का पता नहीं
चौथे का रेलवे लाइन
पांचवे का ताला।
छठे का कैंची
सातवें का पता नहीं।
भाई सिद्धार्थ जोशी ने सात में से तीन मुहावरों के सही उत्तर दिए.

पी .एन. सुब्रमनियन ने कहा…
खेद है कि यह हमारे बस की बात नहीं है.

शिखा दीपक ने कहा…
१ लेटर बॉक्स
२ चाँद
३ हुक्का

५ ताला
६ उस्तरा
7
शिखा दीपक जी ने चार मुहावरों के उत्तर सही दिए.

जयंत चौधरी ने कहा…
१. पोस्ट बॉक्स
२. कुँआ या चाँद (दोनों हो सकते हैं)
३. हुक्का
४. चक्की, कैंची, या रेल लाइन
५. ताला
६. ब्लेड, उस्तरा
७,. चाची - कढ़ाई/तपेली, चाचा - झारा/चमचा?
जयंत चौधरी जी ने तीन मुहावरों के सही उत्तर दिए है . उन्होंने बाकी मुहावरों के उत्तर घालमेल कर दिए याने कि दो दो उत्तर.

4.6.09

पहेलीमय दौर में पहेलियाँ बूझिये ?

एक बार ज्ञानदत्त जी पाण्डेय जी ने अपनी टीप में कहा कि हिन्दी ब्लॉगजगत पहले नारदमय था, फिर जूतमपैजारमय, उसके बाद कवितामय और अब पहेलीमय हो गया है. विगत दो माहो से हिंदी ब्लागजगत में पहेलियों की खूब धूम है. अपने ताउजी लगातार अपने ब्लॉग में पहेली पे पहेली चेंप रहे है. अपने उड़नतश्तरी जी भी कहाँ पीछे रहने वाले थे तो उन्होंने अपनी पोस्ट में त्रिमूर्ति ब्लागरो की ज्वाइंट फोटो लगाकर एक पहेली ठोक दी और ज्ञानजी की टीप सही साबित हो रही है हर जगह बस पहेली दर पहेली चल रही है और इसमें पाठको ने काफी रूचि भी दिखाई है. इस मामले में अपने जबलपुरिया ब्लागर्स कहाँ पीछे रहने वाले थे उन्होंने भी पहेली चेपना शुरू कर दिया है पहेलीमय वातावरण में चलो अपुन भी कुछ पहेली चेंप रहे है जिसका उत्तर कल रात्रि में याने तारीख 5-6-09 को आठ बजे तक उसके बाद विजेता के नामो की घोषणा कर दी जायेगी.

पहेलीमय दौर में पहेलियाँ बूझिये ?

1. काला मुंह और लाल शरीर
कागज को वह खाता
रोज शाम को पेट फाड़कर
कोई उन्हें ले जाता.

2. आंगन में रखा रूपया,
चोर ले न चोर का भैय्या.

3. एक गाँव में आग लगी
दूसरे गाँव में धुँआ ,
चलो मित्र चलकर देखें
उठा भूमि का कुँआ.

4. दो सुन्दर लडके
एक ही रंग के दोनों
एक यदि बिछड़ जाए
तो दूजा काम न आये.

5. न खाता है और न पीता है
फिर भी वह सबके घर की
तन और मन से
ईमानदारी से रखवारी करता है.

6. मै अलबेला कारीगर
राजा रंक और सिपाही की
हरदम काटता काली सफ़ेद घास.

7. चाची के दो कान
चाचा के नहीं है कान
चाची अति सुजान
चाचा को नहीं है ज्ञान.

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1.6.09

ब्लागर्स भजन मंडली : राधे राधे श्याम है बिहारी

आज कुछ सूझ नहीं रहा था तो सोचा आज पोस्ट में ही भजन कीर्तन कर लिया जाए . चलिए अपनी अपनी दरी संभालिये और मुंह हाथ धोकर बैठ जाये . बोलो राजाराम की जय बोलो बाँके बिहारी नंदन की जय . भक्तो कीर्तन कर रहा हूँ और आप लोग अभी से भारी हल्ला गुल्ला कर रहे है . शांत शांत रहिये वरना वृन्दावन बिगड़ जायेंगे और गुस्सा हो जायेंगे तो भक्तो गुस्सा शांत करने का उपाय है कि जोर जोर से भजन कीर्तन करना शुरू कर दो किसी मनमोहिनी मूरत को याद कर राधे राधे करना शुरू कर दे आपको असीम सुख मिलेगा . अपने आपको कृष्ण समझना शुरू कर दे और शुरू कर दे ...ओ ...राधे राधे ......खड़े है श्याम है बिहारी .....ओ राधे राधे श्याम है बिहारी . श्याम है बिहारी राधे श्याम है बिहारी ओ राधे राधे गए श्याम है बिहारी ओ . गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो . बोलो वृन्दावन बिहारी महाराज की जय ...........सीता राम ओ सीता सीता राम बोलो बजरंग बली की जय हर हर महादेव . अब चलने का समय हो गया है मैंने अनुभव किया है की मेरे कीर्तन करने के दौरान अनेको भक्तगणों को नींद आने लगी है इसीलिए भक्तो जाइए राधे राधे
.....तभी एक भक्त बोल पड़ा ब्लॉगर बाबा जीवन को सफल बनाने के लिए कुछ उपाय तो बताइये जी

ब्लॉगर बाबा ने क्या उत्तर दिया यह आप चित्र जानकर समझ सकते है .


(साले उपाय होता तो क्या मै बाबा बनता)