20.8.08

चुटकुले : भाई अच्छे लगे तो खूब हंस लेना

चुटकुले : भाई अच्छे लगे तो खूब हंस लेना

डाक्टर झुनझुनवाला के पास एक मोटा आदमी आया और उसके पतले होने का ईलाज पूछा
डाक्टर - ईलाज कराना है या पूछना है ?
मोटा आदमी - जी पूछना है .
डाक्टर - तो सुनो मोटापा बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा खाना सबसे अच्छा ईलाज है. अगर
तुम जादा खाओगे तो और जादा मोटे हो जाओगे . मोटे होने तुम अलसी आदमी हो जाओगे .
अगर तुम आलसी हो जाओगे तो तुम काम नही करोगे और काम न करने पर धन नही कमा
सकोगे . धन न कमा सकने पर खाना कैसे खरीदोगे ? खाना न मिलने पर तुम कुछ भी न खा
सकोगे और कुछ न खाओगे तो तुम दुबले हो जाओगे .

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डाक्टर ने अत्यंत सुंदर नर्स से वार्ड नंबर चार के मरीज के बारे में हाल चाल पूछा
नर्स ने उत्तर दिया - वह अपनी पत्नी के पास घर जाना चाहता है .
डाक्टर - ओह .......तो क्या वह अभी तक विक्षिप्त है .

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लेखक अपनी पत्नी से - भाई मै सनसनीखेज उपन्यास लिख रहा हूँ .
पत्नी - पर उसे छापेगा कौन ?
लेखक - यह तो जासूस ही पता लगावेगा .......

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19.8.08

जोग है चुटीले.

जोग है चुटीले.
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शिक्षिका - "दुनिया का आकार कैसा है" ? लल्लू चुप रहा .
शिक्षिका ने उसकी स्मृति को उभारने के विचार से ख़ुद से ही पूछा "गोल" है क्या ?
नही लल्लू बोल उठा .
तो क्या चपटी है ? शिक्षिका ने पूछा
नही उसने फ़िर कहा .
न गोल है और न चपटी है तो पृथ्वी कैसी है ? शिक्षिका ने पूछा
लल्लू ने सरलतापूर्वक जबाब दिया बाबा कहते है कि दुनिया बड़ी टेढी है.
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पुत्र - माँ मै भी तालाब में कूद कर तैरने लगू ?
माँ - नही बेटे तुम डूब जाओगे .
पुत्र - पिताजी तो दो घंटे से तैर रहे है .
माँ - बेटा उनका तो बीमा हो चुका है .
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शादी के मंडप में दुलहन का हाथ दुल्हे को पंडित जी थमा रहे थे यह सब एक
बालक बड़े गौर से देख रहा था उसने अपने पिता से पूछा कि पिताजी दुलहन
दुल्हे क्यो हाथ मिला रहे है .
पिता ने उत्तर दिया - बेटा जब दो पहलवान जब अखाडे में उतरते है तो आपस में
हाथ मिलाते है .
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एक बार भगवानदास अपने मित्र किशोरीलाल से कहता कि जब मै अपने दादाजी
की तलवार देखता हूँ तो ऐसा लगने लगता है कि मै अपने दादाजी की तलवार
लेकर लडाई के मैदान में जाऊं .
किशोरीलाल - फ़िर तलवार लेकर लड़ाई के मैदान में जाते क्यो नही हो और फौज
में शामिल क्यो नही हो जाते हो ?
भगवानदास - दरअसल मुझे अपने दादाजी की कटी टांग याद आ जाती है .
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निरन्तर

नए हिन्दी ब्लॉग निरन्तर में आपका हार्दिक स्वागत है.

महेंद्र मिश्रा
जबलपुर.एम.पी.