2.6.24

जबलपुर में 6 जून को " नो फ़्लाइंग डे" आंदोलन "

 जबलपुर में विगत बीस दिनों से जबलपुर से देश के अन्य महानगरों को वायु सेवा से जोड़ने हेतु वायुसेवा संघर्ष समिति के द्धारा आंदोलन चलाया जा रहा है । इस आंदोलन को जबलपुर के वकील , चिकित्सक , व्यापारी , छात्र और सीनियर सिटीजन अपना पुरजोर समर्थन  समर्थन दे रहे हैं । एक वर्ष पूर्व जबलपुर से पुणे, अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलुरु, देहली आदि शहरों  के  फ्लाइट सेवाएं चालू थी अचानक  इन शहरों के लिए जाने वाली  वायु सेवाओं में कटौती कर दी गई है जिससे शहर का जनमानस आंदोलित हो गया है । जबलपुर से दूरदराज के शहरों से जो ट्रेंने आती जाती उनमें यहाँ के लोगों को बड़ी मुश्किल से रिजर्वेशन मिल पाता है बस उनके पास आने जाने के लिए वायुसेवा का विकल्प पास में रह जाता है । अन्य दूरदराज के शहरों में आने जाने के लिए वायुसेवा की कमी होने से नागरिकों को अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । 

 जबलपुर के स्थानीय समाचार पत्रों के द्धारा इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया जा रहा है परन्तु विमान कंपनियों और सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है । विदित हो कि जबलपुर और आस पास के जुड़े शहरों के व्यापारियों, डाक्टरों, वकीलों को और छात्र - छात्रों को आगे की पढ़ाई  के लिए ,रोजगार नौकरी की तलाश में बाहर जाना पड़ता है और ट्रैन का रिजर्वेशन न मिलने की स्थिति में उन्हें प्लेन से आना जाना पड़ता है । वायुसेवा संघर्ष समिति के द्धारा जबलपुर से मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद आदि महानगरों के लिए फिर से वायुसेवा प्रारम्भ करने हेतु जो जन आंदोलन चलाया जा रहा है और मांगें पूरी न होने की स्थिति में 6 जून को " नो फ़्लाइंग डे " आंदोलन की घोषणा की गई है । 

सोशल मीडिया से जुड़े लोगों और ब्लागरों से निवेदन  है कि वायुसेवा संघर्ष समिति के इस आंदोलन को अपना नैतिक पुरजोर समर्थन दें जिससे जबलपुर के नागरिकों को हो रही कठिनाइयों से राहत मिल सकें । 

26.5.24

जो अपनी बुराइयों को पहचान कर दूर करें वही समझदार है ...

एक शहर में दो मित्र थे और उन दोनों में आपस में प्रग़ाढ़ मित्रता थी ।  दोनों जेब  काटने का धंधा करते थे । दोनों एक बार एक प्रवचन स्थल में गये जहाँ महात्मा  के प्रवचन चल रहे थे। एक जेबकतरा ध्यानमग्न होकर  महात्मा जी के प्रवचन सुनने लगा और उनके प्रवचनों से प्रभावित हो गया और दूसरे जेबकतरे ने प्रवचन सुन रहे कई लोगों की जेब काट ली।  प्रवचन समाप्त होने के बाद दोनों घर गये । जेब काटने वाले ने दूसरे  मित्र से कहा कि तू बड़ा मूर्ख है जो महात्मा की मीठी मीठी बातों में आ गया है और जेब काटने का धंधा छोड़ने की बात करने लगा है । महात्मा ने कहा है कि ईमानदारी से अपना काम कर और अपना जीवनयापन कर अपना भरणपोषण कर अपना पेट भरना । जेबकतरे मित्र की बातों से  और अपने पूर्व में किये गये कार्यों से दुखी होकर दूसरा मित्र महात्मा जी के पास गया और अपनी सारी बातें उनको बता दी ।  महात्मा ने उसे समझाया कि जो व्यक्ति अपनी बुराइयों को खुद समझ कर पहचान कर दूर करने की और उन्हें समाप्त करने की  कोशिश करता है वह सच्चा समझदार व्यक्ति है पर जो व्यक्ति बुरा कार्य करके भी पंडित बनता है वह महामूर्ख है । 

22.2.22

माँ नर्मदा की महा आरती

    जबलपुर स्थित माँ नर्मदा के तट ग्वारीघाट में माँ नर्मदा मंडल द्धारा प्रतिदिन सायंकाल ७.३० बजे माँ नर्मदा की महा आरती की जाती है जिसमें हजारों भक्त उपस्थित होते हैं . सबसे पहले नर्मदा अष्टक का पाठ किया जाता है और फिर माँ नर्मदा की आरती की जाती है . यह यू टूयूब मेरे द्धारा आप सबके लिए तैयार की गई है ... नर्मदे हर ... नमामि देवी नर्मदे ...