8.3.10

महिला दिवस पर - देवियाँ देश की जाग जाएँ अगर

आज देश के साथ सारे विश्व में अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है . आज के दिन महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरुक कराने और उन्हें उनके अधिकारों की जानकारी देने के लिए तरह तरह के आयोजन किये जा रहे हैं . ब्लागजगत में नर नारी अपनी अपनी अहमियत साबित करने में जोड़ तोड़ से जुटे हैं इस परिस्थिति में महिला दिवस पर ब्लॉग में लिखने की बहुत इच्छा थी पर मन में डर समाया था की कहीं कोई पंगे की बात न हो जाए इसीलिए आज सारे दिन मन मसोस कर रह गया फिर भी महिला शक्ति को नमन और प्रणाम करते हुए यह रचना " देवियाँ देश की जाग जाएँ अगर " प्रस्तुत कर रहा हूँ जिसकी रचनाकार माया वर्माजी हैं और यह रचना युग निर्माण योजना के सौजन्य से प्रकाशित कर रहा हूँ .


देवियाँ देश की जाग जाएँ अगर


देवियाँ देश की जाग जाएँ अगर
युग स्वयं ही बदलता जायेगा
शक्तियां जागरण गीत गाये अगर
हर हृदय मचलता ही चला जायेगा

वीर संतान से कोख ख़ाली नहीं
गोद में कौन सी शक्ति पाली नहीं
जनानियाँ शक्ति को साध पाए अगर
शौर्य शिशुओ में बढ़ता चला जायेगा

मूर्ती पुरुषार्थ में है सदाचार की
पूर्ती श्रम से सहज साध्य अधिकार की
पत्नियाँ सादगी साध पायें अगर
पति स्वयं ही बदलता जायेगा

छोड़ दें नारियां यह गलत रूढ़ियाँ
तोड़ दें अंध विश्वास की बेड़ियाँ
नारियां दुष्प्रथाये मिटाए अगर
दंभ का दम निकालता चला जायेगा

धर्म का वास्तविक रूप हो सामने
धर्म गिरते हुओं को लगे थामने
भक्तियाँ भावना को सजा लें अगर
ज्ञान का दीप जलाता चला जायेगा

यह धरा स्वर्ग सी फिर संवरने लगे
स्वर्ग की रूप सज्जा उभरने लगे
देवियाँ दिव्य चिंतन जगाएं अगर
हर मनुज देव बनता चला जायेगा.


लेखिका - माया वर्मा
साभार - युग निर्माण योजना के सौजन्य से

4.3.10

जवानी के दिनों की कतरने ...दर्दे दिल की बात को मै इस चिट्ठी में कैसे लिख सकता हूँ

दर्दे दिल की बात को मै इस चिट्ठी में कैसे लिख सकता हूँ
इस दिल में उठे तूफानों को चिट्ठी में कैसे लिख सकता हूँ.
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शिकायत हमें आप से है की आपने हमें अब तक देखा नहीं
तेरे पैगाम के इंतज़ार में है दिल मेरा पर तूने पैगाम भेजा नहीं.
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दिल से तुम खूब मुस्कुराया करो रोज मीठे ख्वाबो में आया करो
तीरे नजर न चला जब दिल उमंगें मारे तो मेरे पास आया करो.
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2.3.10

होली के बाद के ब्लागरी चुटकुले ...

* स्वामी भविष्यानंद को गाने गाने का बड़ा शौक था . कभी भी फक्कड़ी मौज में गाना बेसुरी आवाज में गाने लगते थे . एक नया गाना मेहबूबा मेहबूबा होली की ठुर्रस में गाते हुए सीधे चले जा रहे थे और धुन्नस में सीधे नदी में घुस गए . फिर थोड़ी देर बाद नदी में से एक जोर जोर से आवाज आ रही थी मै डूबा मै डूबा .

* चौड़े और गोल शरीर के उड़न तश्तरी कहीं घूमते घूमते जा रहे थे राह में उन्हें एक छोटा नन्हा बच्चा मिला . उड़न तश्तरी ने उसे स्नेह वश गोद में ले लिए और प्यार से पूछा - बेटा तुम कहाँ हो ?

बच्चे ने उत्तर दिया - हिमालय की गोद में .

* ब्लॉगर वकील - जब अपराधी ने चाकू मारा था उस समय तुम कहाँ थे ?

मुजरिम का दोस्त - जी मै उस समय पन्द्रह कदम दूर था .

ब्लॉगर वकील - क्या तुमने फासला कदमो से नापा था ?

मुजरिम का दोस्त - जी हाँ

ब्लॉगर वकील - तुम्हें ऐसा करने क्या जरुरत थी ?

मुजरिम का दोस्त - क्योकि मुझे मालूम था की किसी दिन कोई मूर्ख मुझसे यह प्रश्न जरुर पूछेगा .

*प्रायमरी का मास्टर - तुम्हें अंग्रेजी सुधारने के लिए अंग्रेजी का अखबार जरुर पढ़ना चाहिए

छात्र - जी मै अंग्रेजी अखबार हर शुक्रवार को पढ़ता हूँ .

प्रायमरी का मास्टर - ऐसा क्यों ?

छात्र - जी अंग्रेजी सिनेमा में फिल्म इसी दिन बदलती है .

*एक ब्लेड कंपनी ने अपना विज्ञापन कुछ इस तरह से दिया - हमारे बनाए गए ब्लेड तेज और धारदार हैं . थानों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नब्बे परसेंट पकडे गए जेबकतरों के पास हमारी कंपनी के ब्लेड पाए गए हैं .

*ताउजी महाताऊ श्री से - जैसे जैसे मेरी उम्र बढ़ती जा रही है दिनोदिन मेरी शारीरिक ताकत बढ़ती जा रही है .

महाताऊ श्री - ऐसा क्यों ?

ताउजी - आजसे दस साल पहले मै बीस रुपये में जो शक्कर खरीदता था वह बड़ी मुश्किल से उठाकर लाता था लेकिन अब मै बीस रुपये की शक्कर बड़ी आसानी से उठाकर ले आता हूँ .

* एक दोस्त दूसरे दोस्त से - यार तुम्हारे घर में मख्खियाँ बहुत तंग करती हैं बार बार मेरे ऊपर आकर बैठ जाती हैं .

दूसरा दोस्त - हाँ मै भी बड़ा परेशान हूँ ये जो भी गन्दी चीज देखती हैं तो उस पर जाकर बैठ जाती हैं .


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