3.4.09

जख्मो के फूल दिल की चादर पर बिछे है

जख्मो के फूल दिल की चादर पर बिछे है
ये तोहफे तुझसे मैंने मोहब्बत कर पाए है.

उनकी यादो का नशा दो चार दिन रहेगा
जब दिल से उतरेगा कोई दीवाना न होगा.

अब दुश्मनों से नहीं अब दोस्तों से गिला है
जो मिला था दोस्तों ने खंजर चला छीना है.

तेरी यादो के उजाले अब तेरे आलम में होंगे
तेरी बेवफाई के किस्से अब हर चर्चे में होंगे.