भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार श्रीलंका की जमी पर वन डे सीरिज जीती . टीम इंडिया और सभी को ढेरो शुभकामनाये..
महेंद्र मिश्रा
ब्लॉग - समयचक्र और निरंतर
जबलपुर. एम.पी.
27.8.08
एक आशियाना सजाने में हस्ती मिट गई
वह खुदा के दर से ही जो कुछ भी मिलेगा
हम हाथ नही फैलाते ज़माने भर के आगे.
सुहानी रात का मंजर और तुम्हारी यादे
आंसू बहाते है पर करवटे नही बदलते है.
बिगड़ी हुई तकदीरे भी कभी बदल जाती है
हम लाया नही करते है शिकवा जुबां पर.
मिलना नसीब था या बिछड़ना नसीब है
पास आना नसीब था या दूर जाना नसीब है.
तुम ही इस सवाल का जबाब बताते जाओ
फ़िर हँसाना नसीब था या सिसकना नसीब है.
एक आशियाना सजाने में हस्ती मिट गई
हाले गम सुनाने में एक उम्र गुजर गई.
जिन्हें अपना बनने में कई बरस लग गए
देखिये एक ही झटके में वे बेगाने हो गए.
.............
हम हाथ नही फैलाते ज़माने भर के आगे.
सुहानी रात का मंजर और तुम्हारी यादे
आंसू बहाते है पर करवटे नही बदलते है.
बिगड़ी हुई तकदीरे भी कभी बदल जाती है
हम लाया नही करते है शिकवा जुबां पर.
मिलना नसीब था या बिछड़ना नसीब है
पास आना नसीब था या दूर जाना नसीब है.
तुम ही इस सवाल का जबाब बताते जाओ
फ़िर हँसाना नसीब था या सिसकना नसीब है.
एक आशियाना सजाने में हस्ती मिट गई
हाले गम सुनाने में एक उम्र गुजर गई.
जिन्हें अपना बनने में कई बरस लग गए
देखिये एक ही झटके में वे बेगाने हो गए.
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26.8.08
चुटकुले - जरा हंस ले
पहला दोस्त दूसरे दोस्त से बोला - यार तू ताजमहल बनबाने वाला वाला था ?
दूसरा दोस्त -हाँ यार लेकिन किस्मत की कली खिलती नही मै तो ताजमहल बनवाना चाहता हूँ लेकिन मुमताज मिलती नही है.
कुछ महीने बाद दूसरे दोस्त की शादी हो गई .
पहला दोस्त दूसरे दोस्त से बोला - यार अब तो तेरी शादी हो गई अब ताजमहल का क्या ख्याल है ?
दूसरा दोस्त - हाँ यार मेरी किस्मत की कली खिल गई है पर मुमताज मरती नही है .
...........
दो गप्पी आपस में बात कर रहे थे .
पहला गप्पी - मेरे दादाजी ने इतनी बड़ी चटाई बनाई थी कि पूरा गाँव उसमे सो सकता था .
दूसरा गप्पी - मेरे दादाजी इतने बड़े थे कि सारे गाँव की चटाईयां उन्हें सोने के लिए लगती थी .
पहला गप्पी - तो फ़िर सारा गाँव कहाँ सोता था ?
दूसरा गप्पी - तुम्हारे दादाजी की बनाई हुई चटाई पर सोता था .
............
एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से - आज मैंने तीन नर और चार मादा मख्खियाँ मारी .
दूसरा व्यक्ति - तुम्हे कैसे मालूम हुआ कि कौन नर और कौन मादा मख्खियाँ है ?
पहला व्यक्ति - जो सेविंग क्रीम पर बैठी थी वे नर मख्खियाँ थी और जो लिपिस्टक पर बैठी थी वे मादा मख्खियाँ थी .
...................
एक पागल दूसरे पागल से - पता है मै कुछ दिनों बाद पागलखाने से जानेवाला हूँ ?
दूसरा पागल - वो कैसे ?
पहला पागल - अरे बेवकूफ मै साठ का हो गया हूँ क्या रिटायर नही होऊंगा क्या .
...........
दूसरा दोस्त -हाँ यार लेकिन किस्मत की कली खिलती नही मै तो ताजमहल बनवाना चाहता हूँ लेकिन मुमताज मिलती नही है.
कुछ महीने बाद दूसरे दोस्त की शादी हो गई .
पहला दोस्त दूसरे दोस्त से बोला - यार अब तो तेरी शादी हो गई अब ताजमहल का क्या ख्याल है ?
दूसरा दोस्त - हाँ यार मेरी किस्मत की कली खिल गई है पर मुमताज मरती नही है .
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दो गप्पी आपस में बात कर रहे थे .
पहला गप्पी - मेरे दादाजी ने इतनी बड़ी चटाई बनाई थी कि पूरा गाँव उसमे सो सकता था .
दूसरा गप्पी - मेरे दादाजी इतने बड़े थे कि सारे गाँव की चटाईयां उन्हें सोने के लिए लगती थी .
पहला गप्पी - तो फ़िर सारा गाँव कहाँ सोता था ?
दूसरा गप्पी - तुम्हारे दादाजी की बनाई हुई चटाई पर सोता था .
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एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से - आज मैंने तीन नर और चार मादा मख्खियाँ मारी .
दूसरा व्यक्ति - तुम्हे कैसे मालूम हुआ कि कौन नर और कौन मादा मख्खियाँ है ?
पहला व्यक्ति - जो सेविंग क्रीम पर बैठी थी वे नर मख्खियाँ थी और जो लिपिस्टक पर बैठी थी वे मादा मख्खियाँ थी .
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एक पागल दूसरे पागल से - पता है मै कुछ दिनों बाद पागलखाने से जानेवाला हूँ ?
दूसरा पागल - वो कैसे ?
पहला पागल - अरे बेवकूफ मै साठ का हो गया हूँ क्या रिटायर नही होऊंगा क्या .
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