18.1.09

अपने गेसुओ के साए में गुलो की छाँव को दिल से बनाए रखना



महफ़िल सितारों की देखकर प्यार के महफ़िल की याद आती है
फलक में उस चाँद को देखकर महबूबा की दिल से याद आती है.

*

अपनी वफ़ा को सीने में लगाकर हम यह ठिकाना छोड़ चले है
न मंजिल की ख़बर और न राहो की ख़बर फ़िर भी मुसाफिर है.

*

अपने गेसुओ के साए में गुलो की छाँव को दिल से बनाए रखना
अमानत दी है मैंने तुझे तुम अपने दिल में दिल से संजोये रखना.

*

महेंद्र "निरंतर"

15.1.09

व्यंग्य मच्छर नामा : मेरी कर्णप्रिय भुनुर भुनुर आवाज सुनो.

मै हूँ मच्छर जैसा आप सभी को मालूम है कि मै गलियो कूंचों या सीधे ये कहे कि मै सभी जगह का बेताज बादशाह हूँ . अभी तक नेट पर अपने तरह तरह की मेरे बारे में कविताएं व्यंग्य पढ़े पर मै आज आपको अपनी आवाज की गति के बारे में जानकारी दे रहा हूँ . मेटिंग के पहले आपको आपके कान के पास में मै और मेरी मादा (पत्नी) भुनुर भुनुर मधुररम गीत जो आपके कानो को अप्रिय लगते है ...... सुनाया करते है .





आप क्या भुनुर भुनुर गीत के बारे में जानते है असल में यह मच्छरों का प्रेम गीत है . जब मै और मेरी मादा एक साथ इकठ्ठे होते है तब हम दोनों मिलकर प्रेम गीत गाते है इसी को भुनुर भुनुर गीत कहते है . जब हम दोनों कुछ ही सेंटीमीटर की दूरी पर होते है तो एक दूसरे को पटाने के लिए कर्णप्रिय संगीत भुनुर भुनुर कर पैदा करते है और एक दूसरे से बातचीत करते है . यदि मै भुनुर भुनुर न करूँ तो रानी पटेगी कैसे ?



मेरी मैडम मच्छर के पंख फडफडाने से जितनी ध्वनि होती है उससे भी तेज गति की आवाज अपने कंठ से प्रेम विरह में पीड़ित होकर निकलती है . मेरी मैडम मच्छर एक सेकेण्ड में ४०० हर्टज की गति से आवाज निकालती है और मै एक सेकेण्ड में ६०० हर्ट्स की गति से आवाज निकालता हूँ . अब मेरे सुनने वाले अंगो में विशेष प्रकार के भाई लोगो ने यंत्र फिट कर दिए है और मेरी भुनुर भुनुर आवाज विशेष माइक्रोफोन से सुनी गई है .

अंत में दो टूक

यदि आप जल्दी जल्दी खाते है और इंतजार करते करते जल्दी उदास हो जाते है . हर काम के लिए सदा हडबडी करते है तो सावधान आपको हाई ब्लड प्रेसर या दिल का दौरा पड़ सकता है . अपनी आदतों में सुधार लाये और अपनी जीवन की दिनचर्या में परिवर्तन करे जो आपको रोगों से दवाओं से निजाद दिला सकती है .

हरी ॐ

12.1.09

कुछ अंदाज़ आपके लिए



आज सोचा कि जबाब क्या भेजू
आप जैसे दोस्त को ख़िताब क्या भेजू
कोई फूल हो तो नही मालूम
जो ख़ुद गुलाब हो उसे गुलाब क्या भेजू
महक इश्क़ की कम नही होती
ज़िंदगी से उसकी ख़ुशबू कम नही होती
साथ अगर हो आप जैसा दोस्त
तो ज़िंदगी जन्नत से कम नही होती
कुछ लोग बहुत ख़ास होते है
हर पल दिल के पास होते है
ख़ुशी हो या ग़म वे सदा साथ रहते है
लोग उन्हे दोस्त हम उन्हे आप कहते है.
आपके ख़्यालो से फ़ुरसत नही मिलती
हमे एक पल राहत नही मिलती
मिल तो जाता सब कुछ
पर आपकी झलक नही मिलती
सुना है कि आपकी एक स्माईल
पर सभी फ़िदा हो जाते है
सो कीप स्माईलिंग
रिड्यूस दा पापुलेशन
रिश्ता एक ऐसा होना चाहिए
जो हमे अपना जान सके
हर दर्द को जान सके
चल रहे तेज़ बारिश मे साथ हम
फिर भी वो पानी मे हमारे
हर आँसू को पहचान सके.

लेखक-अनाम(मालूम नही)