एक पादरी ने अपने चर्च को सुधारने के लिए मीटिंग में बड़ी बड़ी जोरदार अपील की पर सब शांत बैठे रहे किसी ने भी चंदा देने की गुहार पर ध्यान नही दिया.तभी भीड़ में से एक वेश्या ने आवेश में आकर की फादर मै इस शुभ काम के लिए चालीस हजार रुपये की घोषणा कर ये रुपये आपको दे रही हो .पादरी ने धन्यवाद देते हुए कहा कि बहुत बहुत धन्यवाद पर मै इस धार्मिक कार्य के लिए पाप के रुपये नही लूँगा तभी वहां मौजूद भीड़ में से आवाज ले लीजिये फादर यह पाप का रूपया हम सब
का है.
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आज मुझे जल्दी घर जाना है आज मेरी नौकरानी की रजत जयंती है .
क्या तुम्हारी नौकरानी को तुम्हारे घर में २५ साल से जादा काम करते हो गए है ?
नही यार इस साल मैंने पच्चीसवी नौकरानी रखी है.
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5 टिप्पणियां:
महेन्दर जी बहुत ही सुन्दर सुन्दर चुटकले ले कर आये हे,, पादरी वाला तो बहुत ही अच्छा था.
धन्यवाद
haa haa!!! Majedaar.
पहला वाला मजेदार था.
निरंतर यूही लोगों को मुस्कुराने का मौका दीजिये ..आप का धन्यवाद ..
aap sabhi ki tppani ke abhari hun.
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