17.9.08

आज उनकी ही तस्वीर मेरे दिल में ही बसेगी .

उनकी ही तकदीर दिल की कलम से लिखेंगे
आज उनकी ही तस्वीर मेरे दिल में ही बसेगी .

अब किसी से न मिलेंगे हमने दिल में ऐसा ठाना
पर क्या करे हम जी से लाचार हो जनाब हम.

इस दिल को आराम नही सुबह नही शाम नही
लबो पे तेरा नाम लिखा है और किसी का नही.

5 टिप्‍पणियां:

Anil Pusadkar ने कहा…

ये क्या हो रहा है भाई साब आपको,हा हा हा

राज भाटिय़ा ने कहा…

क्या बात हे लब पे तेरा नाम हे...
धन्यवाद

सचिन मिश्रा ने कहा…

Bahut khub.

seema gupta ने कहा…

इस दिल को आराम नही सुबह नही शाम नही
लबो पे तेरा नाम लिखा है और किसी का नही.
" very beautifuly composed"

Regards

शोभा ने कहा…

बहुत अच्छा लेख लिखा है. बधाई.