मेरा दिल खुदा करे उनके दिल से न जाए
इसी दिल के बहाने मुलाकात होती रहेंगी .
सुबह नही शाम नहीमेरे इस दिल को आराम नही
लव पे तेरा नाम अमर है और किसी का नाम नही
कुछ खटकता तो है मेरे पहलू में रह रह
अब खुदा जाने तेरी याद है है या दिल मेरा .
हार्ट जब तक धड़कता रहेगा तब तक आपका जीवन सुरक्षित रहेगा इसे सुरक्षित रखे.
नोट करे.
(फोटो गूगल से साभार)
.........
5 टिप्पणियां:
महेन्दर जी बहुत ही सुन्दर लिखा हे आप ने दिल पर ,
धन्यवाद
बेहतरीन है..हृदय दिवस पर शुभकामनाऐं.
"wah, hr jgeh dil dhrak rhe hain, bhut sunder"
Regards
"कुछ खटकता तो है मेरे पहलू में रह रह
अब खुदा जाने तेरी याद है है या दिल मेरा ."
कोई दुविधा की बात नहीं है, मिश्रा जी !! दिल ही याद कर धड़क रहा है. अब प्रेम में डूबे को कहाँ इसकी समझ...सो खुदा ने इस बन्दे बेचारे को खिदमत में हाजिर किया जवाब देने को ...हा हा हा..!!! ह्रदय दिवस पर आपको बधाई कि इसी तरह दिल जवां रहें और हम दिल से जुड़े सभी मामलों का मजा लेते रहें.
Bahut sunder lekh panditjee.
एक टिप्पणी भेजें