28.10.08

दिवाली के अवसर पर हँस ले : दिवाली पर फुलझडी और बम

एक मछियारे ने अपने साथी मछियारे से कहा - भाई मैंने इतनी बड़ी मछली पकडी की वह नाव में नही समां रही थी और उसे तौलने के लिए कोई तराजू भी नही मिल रही थी तो मैंने उस मछली की फोटो ले ली और फ़िर रुक मुस्कुराया और रुक कर बोला तुम्हे मालूम हो कि उस मछली कि फोटो का वजन ११ किलो था तो उस मछली का वजन कितना रहा होगा.

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एक सेठ ने एक पंडित जी को दिवाली के दिन अपने घर निमंत्रण पर बुलाया और उन्होंने पेट भरकर खाया और अपनी तौंद पर हाथ फेरकर एक लम्बी डकार ली और कहा बस भर गई है . उसके बाद पंडित जी के सामने दो मलाई कि दो प्लेट राखी गई और पंडित ने वे प्लेट भी साफ़ कर दी . सेठ का लड़का पास में खड़ा था बोला पंडित जी आपकी बस भर गई फ़िर भी अपने दो प्लेट मलाई भी खा ली .
लडके से पंडित जी बोले- बेटा बस तो भर गई थी परन्तु कंडेक्टर की सीट खाली थी.

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अरे भाई दिवाली के दिन तुम चम्मच धोने क्यो बैठ गए हो ?
अगले ने उत्तर दिया - धोने दे यार वरना जेब ख़राब हो जावेगी.

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दिवाली के दिन एक पहलवान एक जूते की दूकान पर जूते लेने गया . दुकानदार ने उसे कई जूते दिखाए पर पहलवान को कोई जूता फिट नही हो रहा था .
आखिर में पहलवान ने एक में पैर डालते हुए कहा भाई इसे पैक कर दो यह ठीक रहेगा .
दूकानदार बोला - हुजूर माफ़ कीजिए यह जूता नही है यह जूते का डिब्बा है.

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प्रोफेसर - क्या तुम मुझे सोलहवी शताब्दी के वैज्ञानिको के बारे में कुछ बता सकते हो ?
छात्र - सर वे सब मर गए है.

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कबाडी बाजार में एक आदमी एक कबाडी से पुरानी पुस्तके खरीद रहा था . ग्राहक को दूकान में एक पुरानी किताब दिखी जिसका नाम था " करोड़पति कैसे बने" पर उस पुस्तक में आधे पन्ने थे .
ग्राहक दूकानदार से बोला - भाई दुकानदार जी इस किताब में आधे पन्ने गायब है.
दूकानदार ने कहा - आधे पन्नो में भी तो आधा करोड़पति बना जा सकता है.

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दिवाली के दिन एक दूकान पर एक ग्राहक संतरे खरीदने गया .
ग्राहक को देखकर दूकानदार तपाक से ग्राहक से बोला - सब पिछले सप्ताह जो आप संतरे ले गए थे वो कैसे रहे ?
ग्राहक - संतरे बड़े ताजे रहे.
दूकानदार ने फौरन कुछ संतरे ग्राहक की और बढ़ते हुए कहा साब इन्हे ले जाओ पिछले हफ्ते के उन्ही में से बचे है.

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दिवाली धमाका
एक आदमी थाने पहुँचा और थानेदार से बोला आप मेरे घर की चाबी रख लीजिये .
थानेदार सकपका गया और बोला क्यो ? वह आदमी बोला आज दिवाली के अवसर पर एक ड्रिंक पार्टी है और जाहिर है कि मै पार्टी में छककर व्हिस्की और वोदका पिऊंगा और ऐसी हालत में मेरी चंबियाँ गिर सकती है और मै यह सोच रहा हूँ कि नशे में धुत सड़क से मुझे पकड़कर कोई पुलिसवाला थाने लायेगा तो मै आपसे घर की चाबी ले लूँगा.

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मालकिन नौकर से तुमने फ्रिज साफ़ कर दिया .
नौकर बोला - हाँ मालकिन
मैंने फ्रिज अच्छी तरह से पूरी तरह से साफ़ कर दिया है हर चीज स्वादिष्ट और लाजबाब थी.

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खानसामा रोने लगा कि हाय साहब का कुत्ता मर गया बड़ा प्यारा था दुलारा था हर काम अच्छी तरह से कर देता था.
साहब - लगता है तुम्हे मेरे कुत्ते से बड़ा लगाव और प्यार था .
खानसामा - हुजूर पूछिए मत वह बड़े प्यार से जूठी प्लेट अपनी जीभ से साफ कर देता था . हुजूर मै प्लेट धोने धुलने धुलाने के चक्कर से बच जाता था हाय अल्लाह अब प्लेट कौन साफ़ करेगा और यह कहकर बेहोश हो गया.

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शिक्षक छात्र - इसे दो प्राणियो के नाम
बताओ जिनके दाँत नही होते है ?
छात्र - हाथ उठाकर कहा सर दादा और दादी.

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9 टिप्‍पणियां:

भूतनाथ ने कहा…

दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं !

विजय तिवारी " किसलय " ने कहा…

mahendra bhai. deepawali ke awsar par aapke hansgulle padh kar maja aa gaya,

deepawali ki dher sari shubh kaamnayen sweekaren

aapka
vijay
http://www.hindisahityasangam.blogspot.com

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत मजेदार!! हा हा!!

दीपावली के इस शुभ अवसर पर आप और आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.

G Vishwanath ने कहा…

लीजिए, हमारी तरफ़ से एक और चुटकुला:

पति-पत्नि के बीच किसी कारण झगड़ा हो गया।
कुछ समय के लिए एक दूसरे से बोलना बन्द हो गया।
पति चाहता था पत्नि पहले बोलना आरंभ करे।
पत्नि कोई ऐसी वैसी महिला नहीं थी। उसका भी अहं था।
वह सोचती थी "पति को पहले बोलने दो"

अगले दिन पति को दौरे पर जाना था।
सुबह का फ़्लाईट पकड़ना था। समय पर न उठने का डर था।
एक पर्ची पर सन्देश लिख दिया :"कल दौरे पर जाना है। ठीक पाँच बजे जगा देना", और बिस्तर पर अपनी पत्नी के तकिये पर छोड़ दिया और पत्नि से मुँह मोड़कर, पीठ उसकी तरफ़ करके सो गया।
सुबह जब आँखे खुलीं तो सात बज चुके थे। फ़्लाईट छूट चुकी थी।
गुस्से से पत्नि से झगडने उठा तो अपने तकिये पर पत्नि का सन्देश देखा।
पर्ची पर लिखा था "पाँच बज गए हैं। उठो!"

महेन्द्र मिश्र ने कहा…

bhai Vishwanath ji,
Apke Jog ne chaar chand laga diye hai . anand aa gaya . deepawali ki apko hardik shubhakamana .

Dr. Amar Jyoti ने कहा…

बहुत ख़ूब। दीवाली की ख़ुशी और बढ़ गई।

Abhishek Ojha ने कहा…

वाह ! दिवाली के बाद भी गूंज रहे हैं आपके पटाखे !

Unknown ने कहा…

nice blog....
http://numerologer.blogspot.com/

प्रदीप मानोरिया ने कहा…

बहुत मजेदार