एक आदमी की अर्थी को कुछ लोग एम्बुलेंस में ले जा रहे थे . अर्थी को मोटर चलाकर नहीं ले जाया जा रहा था बल्कि मोटरगाडी को बंद कर धक्का लगाकर धकेल कर ले जा रहे थे . चलते राहगीरों को देख कर बड़ा आश्चर्य हुआ . उन्होंने ने पूछा आखिर आप अर्थी को गाडी में धक्का लगाकर क्यों ले रहे हो ?
अर्थी में शामिल एक जन ने मरने वाले की अंतिम इच्छा के बारे में बताया की मरने वाले की अंतिम इच्छा थी की "हर हाल में पेट्रोल की बचत हो" .
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ताऊ - यह छाता तुम्हे कहाँ से मिला ?
रामप्यारी - मेरी बहिन ने उपहार में दिया है .
ताऊ - लेकिन तुम कहती थी की तुम्हारी कोई बहिन नहीं है .
रामप्यारी - वह तो ठीक है पर छाते पर लिखा है " बहिन को प्रेम स्वरुप "
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एक फ़कीर भीख मांगना छोड़कर पुलिस में भरती हेतु पुलिस हेड क्वाटर गया . उसका सीना नापा गया और उससे दौड़ लगवाई गई वह पूरी तरह से परीक्षा में सफल रहा . मौखिक इंटर व्यू में एक पुलिस अधिकारी ने भिखारी से पूछा - अब यह बताओ की अगर कहीं लोग मंदिर में इकठ्ठे हो जाए तो उन्हें चितर - बितर करने के लिए तुम क्या करोगे ?
भिखारी - मै एकदम मंदिर के सामने चादर लेकर लोगो से चंदा मांगना शुरू कर दूंगा .
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16.7.09
13.7.09
वादाखिलाफी की हद अगर ... दिल में है
वादाखिलाफी की हद अगर .... दिल में है
अपने दिल में.. हिसाब तुम लगा कर देखो.
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रफ्ता रफ्ता....क़यामत के दिन आ गए है
बदलते बदलते...मुलाकात के दिन आये है
अपने दिल में.. हिसाब तुम लगा कर देखो.
oooooooo
रफ्ता रफ्ता....क़यामत के दिन आ गए है
बदलते बदलते...मुलाकात के दिन आये है
3.7.09
हमें जलते सूरज को देख कर उनका गुरुर याद आता है.
हमें गुलो के आलम को देखकर वो महबूब याद आता है
हमें जलते सूरज को देख कर उनका गुरुर याद आता है
मुझ से शिकवा न कर जुदा होने की हसरत तूने की थी
मुझ पर इल्जाम न लगा मेरी वफ़ा से शिकायत तुझे थी.
जब तेरे दिल में किसी के लिए कोई वफ़ा का नाम नहीं है
इस दिल को ठुकरा कर तू वफ़ा पाने की उम्मीद न कर
वो नशा जो इस जाम में नहीं है वो नशा तेरी सूरत में है
जो प्यार मेरे इस दिल में है वो प्यार सारे जहाँ में नहीं है
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