मेरी हर साँस चलती है ओ जानम तेरे नाम से
मेरी हर रात यूं कटती है ओ जानम तेरी याद में.
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जानम कुर्बान हम तेरी प्यारी सूरत देख कर हो गए
तुमसे मोहब्बत करके जानम हम बदनाम हो गए.
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तेरा करते करते इंतज़ार सारी जिन्दगी गुजर गई
आपसे एक अर्ज है आशियाँ इस दिल को बना लो.
मेरी हर रात यूं कटती है ओ जानम तेरी याद में.
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जानम कुर्बान हम तेरी प्यारी सूरत देख कर हो गए
तुमसे मोहब्बत करके जानम हम बदनाम हो गए.
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तेरा करते करते इंतज़ार सारी जिन्दगी गुजर गई
आपसे एक अर्ज है आशियाँ इस दिल को बना लो.
10 टिप्पणियां:
तेरा करते करते इंतज़ार सारी जिन्दगी गुजर गई
आपसे एक अर्ज है आशियाँ इस दिल को बना लो
kitani sundar abhivyakti hai..bahut badhiya rachana..badhai
सुंदर अभिव्यक्ति के साथ..... सुंदर रचना....
bahut badhiya , kya bat hai , lajwab .
मिसिर जी गोड लागी, कल हमने गिरीश पंकज भैया से एक प्रेमगीत की गुजारिश की थी जो उन्हो्ने पुरी की, कुछ मौसम ही ऐसा हो गया है,
बधाई हो सुंदर अभिव्यक्ति के लिए।
बहुत बढिया रचना !!
बहुत मस्त कविता जी
बहुत खूब
आशियाँ तो बनेगा ही
sundar bhav.
तेरा करते करते इंतज़ार सारी जिन्दगी गुजर गई
आपसे एक अर्ज है आशियाँ इस दिल को बना लो.
हमेशा साथ रहनेकी अच्छी जुगाड़ है ......... सुंदर है सब शेर ........
बहुत बढिया मिश्र जी, शुभकामनाएं.
रामराम.
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