अब मिलिए संस्कारधानी जबलपुर शहर के रावणों से दशकंधर की लोकप्रियता निर्विवाद है . दक्षिण में उसे शिव आराधक व पांडित्यगत विशिष्ट गुणों की वजह से विशिष्ट पूज्य स्थान प्राप्त है . उत्तरभारत में वह अच्छा पात्र नही माना जाता है . इन सबके बावजूद जहाँ तक रामलीला का प्रश्न है आसुरी प्रवृति अंहकार और क्रोध के प्रतीक रावण के बिना दैवीय सदगुणों का महत्त्व स्थापित करना संम्भव नही है . किसी भी कहानी में या कथा में जबतक नकारात्मक चरित्र न हो तो दर्शक रोमांचित नही होते है .
मुझसा योद्धा मुझसा पंडित त्रिलोक में न कोई दूजा है
अपने शीशो को काट - काट मैंने शंकर को पूजा है
अब मिलिए संस्कारधानी जबलपुर शहर के रावणों से
हिन्दी नेट पर आप बहुत कुछ पढ़ते देखते है पर आस्था से जुड़े किस्से प्रसंग बहुत कम देख पढ़ पाते होंगे. नवरात्र के पर्व के साथ देश में रामलीला मंचन की धूम शुरू हो गई है . हर कथा कहानी या अन्य नाटको के मंचन को जनसमुदाय काफी पसंद करता है . मैंने भी सोचा कि मै अपने ब्लॉगर भाई बहिनों को जबलपुर रामलीला के रावणों और उनके पात्रो से परिचित करा दूँ . इस समय इन रावणों की बड़ी धूम चल रही है देखिये
श्री रामलीला समिति गोविन्दगंज - रावण के किरदार का रोल निभा रहे है श्री प्रमोद बाजपेयी
भगवान ने बचाया ब्रेन हेमरेज से
संस्कारधनि जबलपुर में गोविन्द गंज रामलीला का मंचन सन १८६५ से किया जा रहा है . इस समिति में रावण का किरदार निभा रहे खमरिया फेक्टरी में नौकरी करते है . सन २००६ में उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था और उनका कहना है कि ईश्वर के आशीर्वाद से वे अच्छे हो गए . जबलपुर त्रिमूर्ति नगर निवासी श्री बाजपेई २३ वर्षो से इस रामलीला समिति से जुड़े है . राम का मंच पर असल विरोधी होने पर भी श्री बाजपेई असल जिंदगी में राम के अनन्य भक्त है . रामलीला की सम्रद्ध परम्परा में रावण का किरदार सबसे सशक्त माना जाता है .
श्री रामलीला समिति गढा जबलिपुरम - रावण के चरित्र को निभाते है श्रीकृष्ण शुक्ला
इस समिति से श्री शुक्ला जी २० वर्षो से जुड़े है . गढा निवासी श्री शुक्ला जी रोअगार कार्यालय में कार्यरत है . उनकी कद काठी दशानन के पात्र के लिए उपयुक्त है . रंगमंच जबलपुर के माध्यम से अपनी अभिनय कला के जलवे बिखेर रहे है . आप एक अच्छे रंगमंच कलाकार है .
श्री राघवेन्द्र रामलीला समिति झंडा चौक पुरवा - रावण के पात्र का निर्वहन कर रहे है श्री देवशंकर अवस्थी
श्री अवस्थी इस रामलीला समिति से गत ३२ सालो से जुड़े है और रावण के किरदार का रोल पिछले २४ सालो से बखूबी निभा रहे है . जव वे मंच पर जाते है उनकी रौबोली आवाज के मध्य दर्शको में श्वशारोधक वातावरण स्पष्ट देखा जा सकता है . उनके संवाद की एक झलक ........
अब अच्छा अवसर मिला है मै उनकी सारी नारियां चुराऊंगा और नर है तो उनसे अपना बदला ले लूँगा .
दमदार आवाज के कारण वे इस रोल को बखूबी से निभा रहे है .
श्री झंडा चौक रामलीला समिति पुरवा जबलपुर में रावण के पात्र का निभाने वाले श्री देवशंकर अवस्थी ने विगत वर्ष मानवहित में नेत्रदान करने का सराहनीय संकल्प लिया .
श्री गिरिजाशंकर मन्दिर रामलीला धमापुर - रावण का किरदार श्री महेंद्र शुक्ला निभाते है
रावण बनने वाले श्री शुक्ला जी कहते है कि बार वे रामलीला में सीता का हरण कर ले जा रहा था कि मंचन के दौरान उनकी नकली दाढी सीता की साडी के पल्लू में फंसकर फौरन निकल गई थी . दर्शको ने भी खूब ठहाके लगाये थे . उसके बाद से रामलीला का मंचन शुरू होने के छह माह पहले से शुक्ला जी अपनी असली दाढ़ी बढ़ाना शुरू कर देते है . वे बाई के बगीचा घमापुर रामलीला में गत पन्द्रह सालो से रावण के पात्र का अभिनय कर रहे है .
श्री धनुष यज्ञ रामलीला समिति सदर - रावण के पात्र का अभिनय करते है श्री सीता राम कुरचानिया
श्री कुरचानियाँ मध्यप्रदेश राज्य विद्युत मंडल के सेवानिवृत कर्मचारी है . वे अपनी बुलंद आवाज के लिए जाने जाते है और प्रदेशस्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुके है . वे सन १९८२ से इस रामलीला समिति से जुड़े है .
जबलपुर अधारताल रामलीला समिति के रावण श्री अजीत केवट.
6 टिप्पणियां:
जानकारी के लिये शुक्रिया, यदि समय मिले तो पंजाबी दशहरे के फोटो पोस्ट करियेगा।
नितिन जी
समय रहने पर जबलपुर पंजाबी पर एक
फोटो सहित पोस्ट लिखूंगा .
धन्यवाद्.
बाप रे . सिर्फ़ जबल पुर मे ही इतने रावण, पुरे भारत मे कितने होगे????
बहुत अच्छा लगा महेन्दर जी आप दुवारा दी गई जानकारी, आप ने बहुत मेहनत से सब के बारे पहले पता किया, ओर फ़िर यहां पर समय निकाल कर लिखा, आप का दिल से धन्यवाद
वाकई एक अदभुत विषय चुना है आपने
अलग सा विषय चुना है
ऐसे ही लिखा कीजिये
शुभकामना सहित --
- लावण्या
बढ़िया पोस्ट रावण पर पंडितजी. पंजाबी दशहरे की फोटो सहित पोस्ट का इंतज़ार रहेगा.
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