आजकल राजनीति एक रैलगाडी बन गई है
जिसका आने- जाने का टाइम टेबल तो है
टाइम टेबल तो.. सिर्फ दिखावे के लिए है
हक़ीकत मे.. रेलगाड़ी घंटो लेट आ रही है
इसी तरह.... राजनीति मे रोज़ राजनेता
जनता जनार्दन को.......मूर्ख बनाते है
नित .नए - नए सब्ज़ बाग़ दिखा रहे है
गर चुनाव मे जीत गए... समझा रहे है
तो ये करवा देंगे तो..... वो करवा देंगे
तो ये दिलवा देंगे तो.... वो दिलवा देंगे
चुनाव जीतने के बाद ...राजनेता फिर से
राजनीति की..गाड़ी के ड्राईवर बन जाते है
देश मे यहा वहां नाचते गाते मौज मनाते है
अगले चुनावो तक क्षेत्र से..ग़ायब रहते है
चुनाव आते ही नकली मुखैटा चेहरे पर लगाकर
जनता को चराने धोखा देने हाज़िर हो जाते है.
लेखक- एक अनाम लेखक (नाम नहीं मालूम)
9 टिप्पणियां:
नेताओं के बारे में आपने सही कहा जी।
टाइम टेबल तो.. सिर्फ दिखावे के लिए है
हक़ीकत मे.. रेलगाड़ी घंटो लेट आ रही है----------
और चुगद है जनता। रेलगाड़ी से बहुत अपेक्षा रखती है, राजनीति से भी!
काश सब इस अनाम लेखक जैसे समझदार हो जाएं। यह गोपनीय तथ्य सबको पता लग जाए।
सरजी इतना कुछ पता होते हुए भी वोट देना हमारी मजबूरी है
चुनाव आते ही नकली मुखैटा चेहरे पर लगाकर
जनता को चराने धोखा देने हाज़िर हो जाते है.......
समकालीन संकट पर लेखनी .रचनाकार को धन्यवाद .
mahender bhai, rel ke baare mein kahe aa mantriyaa ko kahe chhod diye, badhiyaa likhe hain.
आज के राजनीतिक हालात को देखते हुए बिल्कुल सटीक है ये रचना।
महेन्द्र जी, अनाम लेखक ने आज के हालात का बाखूबी चित्रण किया है.....सचमुच राजनीति रेलगाडी जैसी हो गई है और इन नेताओं का वश चले तो ये देश को बैलगाडी बना कर छोडें.
mishraji,
तो ये करवा देंगे तो..... वो करवा देंगे
तो ये दिलवा देंगे तो.... वो दिलवा देंगे
sach baat to yahi hai. achchha laga.
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