० नाम और यश की चाहना से दूर रहने वाले प्रतिष्ठा, पद, और ख्याति से बचने वाले सच्चे लोकसेवक सचमुच में ही इस धरती के देवदूत कहलाते है .
० फलाशक्ति और कर्तापन का अभिमान एक बहुत बड़ी फिसलन है जिससे गिरने के बाद अधिकांश लोग उठ नहीं पाते है और नीचे गिरते जाते है .
० सपनों के पंख लगाकर सुनहरे आकाश में दौड़ तो कितनी लंबी लगाईं जा सकती है पर पहुंचा कही नहीं जा सकता है .
० मनुष्य जितना निर्भय होता है उतना ही वह महान कार्यो का सूत्रपात करता है .
० दुर्भावना के वातावरण में पंचशील के सिद्धांत अन्तराष्ट्रीय जगत में भले ही सफल न हुए हो पर पारिवारिक जगत में सदा सफल होते है . यथा -
१. परस्पर आदर भावः से देखना
२. अपनी भूल स्वीकार करना
३. आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना
४. भेदभाव न रखना
५. विवादो का निष्पक्ष निपटारा
------गुरुप्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामना के साथ.--------
4 टिप्पणियां:
गुरूपर्व के अवसर पर सार्थक और बहुत उपयोगी सूत्रवाक्यो और सद्विचारो के लिये धन्यवाद
गुरुप्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ.
सदविचारों के लिए आभार.
आप को भी गुरुप्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ.
bahut badhiya vichaar.
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