आरती टंकी माता की
ओम जय टंकी माता मैया जय टंकी माता
जो ब्लॉगर तुझको ध्यावे मनवांछित फल पाता
तुम हो दयालु माता पानी ही तुझसे ही आता
ओम जय टंकी माता मैया जय टंकी माता
जिसपे कृपा द्रष्टि हो तुम्हारी त्रिभुवन सुख पाता
जो अशान्त ब्लॉगर तेरी शरण में ऊपर को जाता
उतरते ही वह त्रासदी भुलाकर परमशान्ति पाता
ओम जय टंकी माता मैया जय टंकी माता
जो तुम्हारी महिमा ध्यानमग्न हो कर गाता
वही ब्लॉगर सहज में टंकी से छुटकारा पाता
ओम जय टंकी माता मैया जय टंकी माता
महेन्द्र मिश्र
जबलपुर.
10 टिप्पणियां:
हां हाँ हाँ मिश्र जी बहुत खूब रही आरती
सादर
प्रवीण पथिक
9971969084
जत हो टंकी माता की...पंडित जी इसे गाकर जरा पॉडकास्ट किया जाये. :)
हम तो टंकी पर चढे चढे ही आपके साथ टेर मिला रहे हैं.:)
रामराम.
जय हो!!
वाह मिसिर जी-अब टंकी माता की आरती तो आपने बना दी। विश्वत सुत्रों से पता चला है कि इस पर फ़िलम निर्माण होने वाला और कालजयी धार्मिक फ़िल्म बनेगी।
हा हा हा याद कर ली है । धन्यवाद
क्या बात है मिश्रजी,
आरती पड़ कर इतना आंनद हुआ की अब तो चालीसा की प्रतीक्षा कर रहे है :)
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
... rochak prastuti !!!
वाह गुरुवर...
मजेदार जी अगर पहले मिल जाती तो इसे बही गाया जाता. चलिये अब इसे किसी बडे पोस्टर पर छाप कर वहां लगा देते है.
धन्यवाद
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