26.6.10

महफ़िल प्यार की याद आती है....

महफ़िल सितारों की... देख कर,

महफ़िल प्यार की याद आती है.

फलक में प्यारे चाँद को देख कर,

इस दिल को उनकी याद आती है.
 
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17 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

वाह मिश्र जी, बहुत खूब!

M VERMA ने कहा…

यादों को तो बहाना चाहिये
सुन्दर

Sunil Kumar ने कहा…

short and sweet

अजय कुमार ने कहा…

यादों की मस्ती---

अजय कुमार ने कहा…

यादों की मस्ती---

अजय कुमार ने कहा…

यादों की मस्ती---

vandana gupta ने कहा…

sundar rachna.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

हम बादलों से कहेंगे, चाँद छिपा ले कहीं,
तेरी यादों को बहला देता है, निकलना चाँद का ।

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत खुब सुरत लगी आप कि यादो की मस्ती जी

राजकुमार सोनी ने कहा…

कमाल की रचना। अच्छा लगा।

Girish Kumar Billore ने कहा…

आज़ गुरु छोटी किंतु ग़ज़ब पोस्ट वाह वाह

aapkamanoj ने कहा…

बढियाँ, उमंग से भरा ||

Rahul Singh ने कहा…

सहेज कर रखिए इस याद को.

रामपुरी सम्राट श्री राम लाल ने कहा…

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ZEAL ने कहा…

touching lines !

somali ने कहा…

baht khub

pushpendra dwivedi ने कहा…

वाह बहुत खूब बेहतरीन रचना