आप बातो ही बातो में दिले दिलदार बन गए क्यों
अपना बनाकर पास रह कर तकरार कर रहे क्यों.
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जिन्होंने तुम्हे दिलदार बनाया है दुआएं उनको दो
दुनिया की परवाह ना कर दिल में तुम्हे बसाया है.
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अपना बनाकर पास रह कर तकरार कर रहे क्यों.
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जिन्होंने तुम्हे दिलदार बनाया है दुआएं उनको दो
दुनिया की परवाह ना कर दिल में तुम्हे बसाया है.
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10 टिप्पणियां:
kabile tarif hai ........jawadil kee pukar ko salam
रार काहे की
तकरार काहे की
कार टाटा की
नैनो ही हो
जो दिल से मिले हैं दिल.,
तो असर होगा ही दुआओं में...
हमने कब ढूंढा ,इंसानों में,
तलाशा है आपको खुदाओं में...
महेंदर भाई...आपकी कलम मन की सारी सुन्दरता कागज़ पर उडेल देती है....
Hum bhee isee ada ke kaayal hain
Kahna na par hum bhee ghaayal hain
Badhiya rachna, Badhai
वाह वाह वाह कया बात है बहुत गहरे जनाब.
धन्यवाद
बहुत बढ़िया कहा, महेन्द्र भाई.
वाह मिश्रा जी, यह दुनिया है दिलवालों की!
बहुत सुन्दर...
regards
अरे वाह, दुआएं तो हम आपको भी देंगे, इतने नेक ख्याल के लिए।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
behtreen andaaz .
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