26.6.09

तूने रंगों से सराबोर क्या मोहक अदा पाई है




तूने रंगों से सराबोर क्या मोहक अदा पाई है
मेरे इस दिल की मौजो ने खूब अंगडाई ली है.

ऐ नाजनीन खुदा ने तुझे क्या खूब तराशा है
तेरी अदाओं ने दीवानों को दीवाना बनाया है

000

11 टिप्‍पणियां:

ओम आर्य ने कहा…

prastuti ka andaj bhi nirala hai.........rachana bhi nirali hai aapki.....

विनोद कुमार पांडेय ने कहा…

bahut achche
aap bhi???
kya kijiyega adayen hi aise hai..

राज भाटिय़ा ने कहा…

ऐ नाजनीन खुदा ने तुझे क्या खूब तराशा है
तेरी अदाओं ने दीवानों को दीवाना बनाया है।
क्या बात है, लेकिन इन्हे तो मेकअप मेन से तराशा है, अगर इन्हे बिना मेकअप के देखे तो फ़िर लिखे इतने सुंदर शॆर...
महेन्दर जी बहुत सुंदर सुंदर शॆर... क्या बात है ??

Hari Joshi ने कहा…

बहुत खूब।

"अर्श" ने कहा…

HA HA HA ......
NIKALO NAA BENAKAAB JAMANAA KHARAAB HAI....AUR US PE YE .......JAMANA KHARAAB HAI...


BAHOT KHUB SAHIB,,


ARSH

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

बहुत लाजवाब शेर हैं जी.

रामराम.

डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

लाजवाब..

Gyan Dutt Pandey ने कहा…

बहुत खूब। लाजवाब|

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

तूने रंगों से सराबोर क्या मोहक अदा पाई है
मेरे इस दिल की मौजो ने खूब अंगडाई ली है.

ऐ नाजनीन खुदा ने तुझे क्या खूब तराशा है
तेरी अदाओं ने दीवानों को दीवाना बनाया है।

वाह...वाह....महेंद्र जी , आपका ये रूप बडा दीवाना सा लगा ....!!

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

कुछ तस्वीरें बदल दिए क्यों ?
ठीक किया हम जैसे बच्चे बिगड़
जाते
शुभकामनाएं

Mumukshh Ki Rachanain ने कहा…

ये अपना दीवानापन भी ........................

सुन्दर शेर

बधाई.

चन्द्र मोहन गुप्त