ताऊ - दुनिया का आकार कैसा है .....?
रामप्यारी चुप रही
ताऊ ने रामप्यारी की स्मृति को उभारने के विचार से खुद ही पूछा "गोल"
रामप्यारी बोल पड़ी ..... नहीं
ताऊ - तो क्या चपटी है ....?
रामप्यारी ने फिर से कहा - नहीं
ताऊ - " न गोल है और न चपटी है तो आखिर ये पृथ्वी कैसी है......?
रामप्यारी ने सरलतापूर्वक कहा - महाताऊ बाबा कहते है की दुनिया टेढ़ी है .
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रामप्यारी - मै भी तालाब में कूद कर तैरने लगूँ
रामप्यारी की मम्मी - नहीं तुम डूब जाओगी
रामप्यारी - लेकिन महाताऊ तो तैर रहे है
ताऊ - अरी तू जानती नहीं है इनका बीमा हो चुका है .
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14 टिप्पणियां:
वाह जी आनंद आगया.
रामराम.
हा हा, पंडितजी आप और ताऊ पर इस ज़माने में लोगों को हँसाने का इल्ज़ाम लग सकता है, सावधान !
mazedaar:):)
बढिया
बढ़िया है........
हा...हा...हा...।।
ये महाताऊ कौन है भाई?? :)
बढिया!!!!!!!
hahahaha.......badhiya
महाताऊश्री तो बाबा समीरानंद बन गये हैं आजकल.:)
ओह ताऊ जी आज पता चला है की महाताऊश्री तो बाबा समीरानंद बन गये हैं ....
हा-हा-हा-....
ताऊ जी के लिए ये गौरव की बात है उनके नाम से चुटकुले भी बनने लगे ....बहुत खूब....!!
वाह, दुनियां वक्र है और ये चुटकले सहज!
ye duniya ootpatanga....//sahi hi kaha raampyari ne...
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