मेरी इन आँखों में बसे सारे ख्बाब तुम ले जाओ
दिल में धड़कते सभी अरमां आकर तुम ले जाओ.
**
मेरी दुनिया में तुमको लौट कर आना ही नहीं है
सारे ख़त लौटा दो आकर अपने जबाब ले जाओ.
**
आखिर भरी दुनिया में दिल को बहलाने कहाँ जाये
उनसे मोहब्बत हो गई चाहने वाले दीवाने कहाँ जाए.
**
7 टिप्पणियां:
खूबसूरत शब्दों के साथ .....सुंदर रचना..........
बेहद खूबसूरत रचना । आभार ।
बहुत बढ़िया.
nice
मेरी दुनिया में तुमको लौट कर आना ही नहीं है
सारे ख़त लौटा दो आकर अपने जबाब ले जाओ.
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति है शुभकामनायें
bahut sundar .
खूबसूरत कता कही है आपने ।
एक टिप्पणी भेजें